आवश्यक सूचनाः-

1. यह यात्रा दिनांक 07 जुलाई,2023 से 20 जुलाई,2023 तक होगी।

2. यात्रा न करने की सूरत में तथा बेस कैम्प सिंहगड में मेडिकल चैकअप में अस्वस्थ पाए जाने पर पंजीकरण शुल्क वापिस नहीं होगा। 

3. 18 साल से कम तथा 60 साल से अधिक उम्र के व्यक्तियों को यात्रा  न करने की सलाह दी जाती है।   

4. पंजीकरण करना अनिवार्य है, बिना पंजीकरण के यात्रा करने पर किसी भी बेस कैम्प से वापिस भेजा जा सकता  है। 

5. पंजीकरण फीस प्रति यात्रि 250/- रुपये है। 


Important Update: Shri Khand Yatra 2023 is terminated with immediate effect and cannot be continued in view of prevailing conditions.

 
क्या करें
  • 1. यात्री अपना पंजीकरण अवश्य करायें।
  • 2. चिकित्सा प्रमाण पत्र अपने साथ लेकर आयें तथा बेस कैम्प सिंहगाड़ में स्वास्थ्य जांच अवश्य करायें। पूर्णतया स्वस्थ होने पर ही यात्रा करें।
  • 3. अकेले यात्रा न करें केवल साथियों के साथ ही यात्रा करें।
  • 4. चढाई धीरे धीरे चढे सांस फूलने पर वहीं रूक जायें।
  • 5. छाता, बरसाती, गर्म कपडे़, गर्म जूते, टार्च एंव डण्डा अपने साथ अवश्य लायें।
  • 6. प्रशासन द्वारा निर्धारित रास्तों का ही प्रयोग करें।
  • 7. किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्या हेतू निकटतम कैंप में सम्पर्क करें।
  • 8. सफाई का विशेष ध्यान रखें।
  • 9. दुर्लभ जड़ी बूटियों एंव अन्य पौधो के संरक्षण में सहयोग करें।
  • 10. इस यात्रा को पिकनिक अथवा मौजमस्ती के रूप में न लें व केवल भक्तिभाव एंव आस्था से ही तीर्थ यात्रा करें।
  • 11. किसी भी प्रकार का दान अथवा चढ़ावा केवल ट्रस्ट के दान पात्रों में ही डालें।
  • 12. यात्री  मास्क तथा सेनिटाइज़र  साथ लाएं | 
  • 13. कोविड-19 नियमों  का पालन करें | 
क्या न करें
  • 1. सुबह 6 बजे से पहले और शाम 6 बजे के बाद बेस कैम्प सिंहगाड़ से यात्रा न करें।
  • 2. बिना पंजीकरण एंव चिकित्सकीये रूप से फिट न होने पर यात्रा न करें।
  • 3. अपने साथियों का साथ न छोड़े, जबरदस्ती चढाई न चढें़ व फिसलने वाले जूते न पहने यह घातक हो सकता है।
  • 4. किसी भी प्रकार के शॉर्ट कट का प्रयोग न करें।
  • 5. खाली प्लास्टिक की बोतलें एंव रैपर इस्यादि खले में न फंेके बल्कि अपने साथ वापिस लाकन कूड़ादान में डाले।
  • 6. जड़ी बूटियों एंव दुर्लभ पौधों से छेड़ छेड़ा न करें।
  • 7. किसी भी प्रकार के नशाले पदार्थो मांस मदिरा इत्यादि का सेवन न करें। यह एक धार्मिक यात्रा है हसकी पवित्रता का ध्यान रखें।
  • 8. श्री खण्ड महादेव की पवित्र चटान पर किसी भी प्रकार का चढ़ावा अथव त्रिशूल इत्यादि लगाने के लिये न चढें़। पवित्र चटटान अत्यन्त पावन शिवलिंग का स्वरूप है। इसके उपर पैर रखकर इसकी पवित्रता नष्ट न करें।

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